आपका एक बार फिर स्वागत है NBAJ | नमस्ते भारत ए जे पर। आज हम बात करेंगे हमारे सौरमंडल के सबसे बड़े ग्रह बृहस्पति की
। आज हम जानेंगे की बृहस्पति के उपग्रह की संख्या
कितनी है, How many moons does Jupiter have?, बृहस्पति का आकार व
द्रव्यमान, Jupiter's size and mass Jupiter, बृहस्पति का ग्रेट रेड स्पॉट, Jupiter's Great Red Spot अथवा
बृहस्पति का हिन्दी
ज्योतिषी में क्या कार्य है, Jupiter in hindi astrology तथा बृहस्पति ग्रह
के बारे में कुछ नए तथ्य, Jupiter latest news.
Source: Wikimedia Commons |
बृहस्पति ग्रह, सौरमण्डल
का सबसे विशाल ग्रह है तथा सूर्य से दूरी में यह पाँचवे स्थान का ग्रह है। यह रात के
समय पृथ्वी से आकाश में देखने पर सबसे चमकीले पिंडों में से एक है, केवल चंद्रमा, शुक्र तथा कभी कभी
मंगल ही इससे अधिक चमकीले दिखाई देते है।
प्राचीन खगोलविदों ने बृहस्पति ग्रह का नाम रोमन देवता तथा शासक
(Jove के रूप में जाने जाते है) के नाम पर
Jupiter रखा भले ही उस समय उन्हे इसके वास्तविक
आकार के बारे में कोई जानकारी नहीं थी परंतु यह नाम इस ग्रह के लिए उपयुक्त है क्योंकि
यह सभी ग्रहों में से सबसे बाद है।
यह भी पढ़े ।
बृहस्पति ग्रह के
अभी तक ज्ञात 79 प्राकृतिक उपग्रह है इनमे से 50 उपग्रह 10 किलोमीटर से कम व्यास के
है और इन सभी को 1975 के बाद खोजा गया है। बृहस्पति के चार सबसे बड़े चंद्रमा आयो, युरोपा, गैनिमीड और कैलिस्टो है जिन्हे गैलिलीयन चन्द्रमा के
नाम से जाना जाता है। कुछ खगोलविदों के अनुसार बृहस्पति ग्रह के चंद्रमा यूरोपा पर
गरम पानी का समुद्र हो सकता है और संभवतः किसी तरह का जीवन भी।
बृहस्पति, Jupiter हमारे सौरमंडल का सबसे विशाल ग्रह है, बृहस्पति की त्रिज्या 69,911 km है। इसका सतही क्षेत्रफल (Surface
Area) 61.42 बिलियन km² है तथा इसका द्रव्यमान
1.898 × 10^27 किलोग्राम है।
बृहस्पति
की सूर्य से दूरी 77.85 करोड़ किलोमीटर है। सूर्य से दूरी में यह पाँचवे स्थान का
ग्रह है।
बृहस्पति
एक गैस का गोला है इसलिए इसे gas Giant भी
कहा जाता है इसके वायुमंडल में 88–92% हाइड्रोजन 8-12% हीलियम है। ध्यान रहे यहाँ प्रतिशत का मतलब अणुओं की मात्रा से है।
बृहस्पति
पर एक स्पॉट दिखाई देता है जो इसके भूमध्य रेखा के दक्षिण में स्थित है जिसे ग्रेट
रेड स्पॉट कहा जाता है। इसे उपरोक्त चित्र में दर्शाया गया है। वास्तव में यह एक एंटीसाइक्लोनिक तूफान है जो 24,000 किलोमीटर
के व्यास तथा 12 से 14000 किलोमीटर की ऊंचाई का है। यह तूफान इतना विशाल है की इसमे
पृथ्वी के व्यास के 2 या 3 ग्रह समा सकते है। यह तूफान कम से कम 350 वर्षों से चल रहा
है क्यूंकी इसे पहली बार 17वीं शताब्दी में देखा गया था।
ज्योतिषी
में बृहस्पति कार्यक्षेत्र में अध्यापन, संपादित कार्य, इत्र के काम, हलवाई सुनार तथा
पीली वस्तुओं के व्यापार से संबंध रखता है। रोग में बृहस्पति पेट के रोग, पाचन तंत्र
से संबंधित बीमारियों को दर्शाता है। इससे संबंधित रत्न पुखराज है।
यह भी पढ़े ।
Inferior planets Mercury and Venus in Hindi
आपका बहुत बहुत धन्यवाद NBAJ | नमस्ते भारत ए जे पर आने के लिए।
Copyright (c) 2023 Namaste Bharat AJ All Right Reseved
0 टिप्पणियाँ