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आज हम जानेगे भारत के
सबसे प्राचीन तथा विश्व के उच्चतम विश्विद्यालयों के बारे में जहां उस समय विश्व के
अलग अलग देशो से विद्यार्थी पढ़ने आते थे। इन विश्वविद्यालयों में विज्ञान, कला, अर्थशास्त्र, शस्त्र विद्या जैसे विभिन्न विषयों का अध्ययन करवाया
जाता था।
1. Takshshila University (तक्षशिला विश्विद्यालय)
2. Nalanda University ( नालंदा विश्विद्यालय)
3. Vikramashila University (विक्रमशीला विश्विद्यालय)
4. Vallabhi or Valabhi University (वल्लभी विश्विद्यालय)
5. Somapura Mahavihar University (सोमपुरा महाविहार विश्विद्यालय)
तक्षशिला भारत का सबसे प्राचीन विश्विद्यालय कहा
जाता है, इसलिए इसे विश्व का सबसे प्राचीन विश्वविद्यालय
माना जा सकता है। यह हिन्दू एवं बौद्ध धर्म के लिए महत्व रखता था। वर्तमान में यह पाकिस्तान के रावलपिंडी ज़िले में स्थित
है ।
तक्षशिला ही वह विश्वविद्यालय है जहाँ चाणक्य ज्ञान
प्रदान करते थे वे यहाँ आचार्य थे। तक्षशिला का निर्माण श्री राम भगवान के भाई श्री
भरत जी के पुत्र तक्ष ने करवाया था। वास्तव में तक्ष ने तक्षशिला नगरी का निर्माण करवाया
था जिसमे यह विश्वविद्यालय स्थित था। इस विश्वविद्यालय में पूरे विश्व से विद्यार्थी, विद्या ग्रहण करने आते थे।
नालंदा विश्वविद्यालय भी भारत के प्राचीनतम विश्विद्यालयों
में से एक है तथा यह भी पूरे विश्व मे प्रसिद्ध
था यहां भी विश्व के अलग अलग देशो से विद्यार्थी विद्या ग्रहण करने आते थे। यह विश्वविद्यालय
मगध में स्थित था जिसे आज बिहार कहा जाता है। यह 427 से 1197 तक शिक्षा का केंद्र रहा।
नालंदा विश्वविद्यालय की स्थापना 5वीं शताब्दी में गुप्त
वंश के शकरादित्य द्वारा करवाई गई। इस विश्वविद्यालय का पुस्तकालय विश्व का सबसे बड़ा
पुस्तकालय था। इस पुस्तकालय में अर्थशास्त्र, साहित्य, व्याकरण, विज्ञान तथा चिकित्सा से संबंधित कई पांडुलिपियां (पुस्तकें) थी। पुस्तकालय
परिसर को धर्मगंज कहा जाता था।
इस विश्वविद्यालय को बख़्तियार खिलजी के आक्रमणकारियों
द्वारा नष्ट कर दिया गया।
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विक्रमशीला विश्विद्यालय पाल साम्राज्य के समय भारत
में एक प्रसिद्ध शिक्षा का केंद्र था। यह वर्तमान के बिहार में भागलपुर जिले में स्थित
था। इस विश्वविद्यालय का निर्माण पाल सम्राट धर्मपाल द्वारा 783 से 820 ईसवी के मध्य
करवाया गया था। इसे भी 1193 में मुहम्मद बिन बख़्तियार खिलजी की सेनाओं द्वारा नष्ट
कर दिया गया।
वल्लभी विश्विद्यालय भी भारत के प्राचीन तथा प्रशिद्ध
विश्वविद्यालयों में से एक रहा है। यह विश्विद्यालय आज के गुजरात के भावनगर जिले में
वल्लभीपुर में स्थित था। यह एक ऐसा विश्वविद्यालय था जिसे नालंदा का प्रतिद्वंद्वी
माना जाता था। इस विश्वविद्यालय में विद्यार्थियों को नीति, वार्ता, शासन प्रबंध, कानून, अर्थशास्त्र तथा धार्मिक विचार, बौद्ध दर्शन पढ़ाये
जाते थे।
इस विश्वविद्यालय की
स्थापना पाल वंश के सम्राट धर्मपाल द्वारा 8वी शताब्दी में कि गयी। यह बौद्ध धर्म, जैन धर्म तथा सनातन
धर्म के सिखने का केंद्र था।
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