कहा जाता है कि मानव मस्तिष्क किसी दूसरे मानव
मस्तिष्क की तरह कार्य नहीं करता या उसकी तरह नहीं सोचता। परन्तु मनोविज्ञान में
मानव मस्तिष्क में समानता खोजी जाती है। ये सच है कि प्रत्येक व्यक्ति अपनी अलग
सोच रखता है अलग विचार रखता है। परन्तु बहुत से ऐसे कार्य है जो मानव मस्तिष्क
समान करते है,
क्योंकि सभी मनुष्यों का दिमाग एक ही तरह से बना
हुआ है उसका कार्य करने का तरीका समान होता है। मानव दिमाग को इस्तेमाल करने की
मात्रा या उसे इस्तेमाल करने के तरीके में हमेशा असमानता होती है। मानव मस्तिष्क
की इसी सामान बनावट के कारण हमारे मनोवैज्ञानिक हर व्यक्ति के मन में उतर पाते है
उसे जान पाते है। हमारे दिमाग में होने वाली Chemical Reactions से हमारे मन का हाल जाना
जा सकता है। आये अब जानते है
की मनोविज्ञान क्या होता है।
मनोविज्ञान किसी भी
व्यक्ति के व्यवहार और मन का विज्ञान होता है। मनोविज्ञान में सचेत मन तथा अचेत मन का विश्लेषण किया
जाता है। यह एक तरह का सामाजिक विज्ञान है। इस विज्ञान में कुछ व्यक्तियों या समूह
पर शोध करके उनके दिमाग को समझा जाता है। तथा फिर इनकी तुलना किसी दूसरे व्यक्ति
या समूह से की जाती है।
इस क्षेत्र में एक पेशेवर शोधकर्ता को
मनोवैज्ञानिक कहा जाता है। यह प्रत्येक बार किसी व्यक्ति को समझने का प्रयास करते रहते
है। इसलिए इन्हें एक सामाजिक वैज्ञानिक भी कहा जाता है। मनोवैज्ञानिक व्यक्ति के
व्यावहारिक व मानसिक प्रक्रियाओं का पता लगाते है, जिसमे धारणा, अनुभूति, ध्यान,
भावना, बुद्धिमता, अनुभव, प्रेरणा, मस्तिष्क कार्य और व्यक्तित्व शामिल है।
मनोविज्ञान ज्ञान को किसी मानसिक रूप से
अस्वस्थ व्यक्ति को स्वस्थ करने का एक तरीका समझा जाता है। परन्तु इस ज्ञान का लाभ
किसी स्वस्थ मनुष्य से भी उठाया जाता है। अगर आप मनोविज्ञान को समझते हो तो आप
किसी भी व्यक्ति की मानसिक रूप से सहायता कर सकते हो। मनोविज्ञान में किसी व्यक्ति
की भावनाओं को समझा जाता है। जैसे व्यक्ति के क्रोध, दुःख, उदासी, खुशी, को समझकर
उस व्यक्ति के भावों को समझा जाता है। अगर हम अच्छे से मनोविज्ञान को समझने का
प्रयास करे तो हम पाएंगे की हर व्यक्ति एक ही तरह से भावों को प्रकट करता है। यह
मानव गतिविधि के कई क्षेत्रों में उत्पन्न समस्याओं को हल करने में भी सक्षम होता
है।
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Human Psychology In Hindi
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संसार की प्राचीन
सभ्यताएं जैसे भारत, चीन, मिस्त्र तथा फारस मनोविज्ञान को पहचानती थी तथा इसका
उपयोग करती थी और भारत में तो आप जानते ही है हर प्रकार के वैज्ञानिक कार्य यहाँ
की सभ्यता में किये गए है। प्राचीन मिस्त्र की सभ्यता में इबर्स पेपिरस ने मानसिक
अस्वस्थता के बारे में बताया है। यूनान के एक चिकित्सक के द्वारा कहा गया है कि
मानसिक बीमारी शारीरिक बीमारी के कारण उत्पन्न होती है। चीन में बौद्ध धर्म के
प्रसार के पश्चात मनोविज्ञान ज्ञान की उत्पत्ति हुई। इस प्रकार Psychology की उत्पत्ति हुई।
1879 में Wilhelm Wundt
ने मनोविज्ञान के लिए एक
अलग से प्रयोगशाला का निर्माण किया। उस समय तक इसे सिर्फ एक दार्शनिक ज्ञान की तरह
माना जाता था। Wilhelm Wundt ने पहली बार स्वयं को एक मनोवैज्ञानिक के रूप में प्रदर्शित किया। तब तक
कोई व्यक्ति मनोविज्ञान को विज्ञान के रूप में नहीं देखते थे।
William James (1842-1910) अमेरिका के पहले मनोवैज्ञानिक माने जाते है। इन्होंने मनोविज्ञान को एक अलग तरीके से प्रदर्शित किया। William James ने डार्विन के सिद्धांत को मनोविज्ञान से जोड़ कर देखा इन्होंने समझाया की हमारे मनोविज्ञान में भी आनुवंशिकता का नियम कार्य करता है। डार्विन का सिद्धांत ये है की हर जीव प्रकृति में जीवित रहने के लिए खुद को उस समय के वातावरण के अनुसार ढाल लेता है, उसी प्रकार हमारा मस्तिष्क भी धीरे-धीरे स्वयं को समय के साथ विकसित करता गया तथा हमारी भावना भी समय के साथ परिवर्तित होती रहती है। जैसे “क्रोध आना” यह मनोविज्ञान को समझने के लिए सबसे अच्छा उदाहरण है जब हम विकसित हो रहे थे हमें दूसरे बड़े जानवरों से खतरा होता था उस समय हमारे दिमाग में क्रोध उत्पन्न हुआ जिससे हम उस जीव का बिना डरे सामना करते थे।
Namaste Bharat AJ नमस्ते भारत ए जे
· अगर कोई व्यक्ति
छोटी-छोटी बातों पर हँसता है, तो समझ लीजिये वह अन्दर से बहुत दुःखी है।
· अन्दर चल रहे विचारों को
अगर आप किसी कागज पर लिखते है तो आपका मूड अच्छा होता है।
· अगर कोई लड़की आपसे बात
करते समय अपने बालों को सहलाती है तो मुमकिन है की वह आपको पसंद करती है। अब अगली बार
किसी लड़की से बात करते समय ध्यान रखना।
· अगर आप किसी कार्य को
करने से पहले किसी को बताते है तो संभावना है की वह कार्य सफल नहीं होगा क्योंकि
आपका मस्तिष्क उस कार्य से भटक जाते है।
· अगर आप किसी से बात कर
रहे है तो उसका नाम लेकर बात करिए वह आपकी बातों पर ज्यादा ध्यान देगा।
· आपने देखा होगा की कुछ
व्यक्ति कम बोलते है और जब बोलते है तो वह सीधे अपने काम की बात करते है तो वह
अपने secrets छिपाने में माहिर होते है।
· अगर आप यह सोचते है की
दूसरे आपके बारे में क्या सोचेंगे तो आप जीवन में कभी खुश नहीं रह पाएंगे।
· कभी भी अपने पसंदीदा
गाने को अपनी Alarm tune मत बनाइये आपको उस गाने से नफरत हो जाएगी।
· यह बात गलत है पर सच है,
कुँवारे लड़कों को शादीशुदा हमेशा खुश नजर आते है और शादीशुदा लड़कों को कुँवारे
खुश नजर आते है।
· चीज़े रखकर भूल जाने पर
आँखें बंद करके याद करने पर उसकी मिलने की संभावना बढ़ जाती है।
· अगर कोई इंसान छोटी-छोटी
बातों पर गुस्सा करता है तो उसके जीवन में प्यार की कमी है।
· यदि आपसे कोई pen मांगता है तो उसका cap हमेशा अपने पास रखिये यकीन मानिये वो आपको pen वापस देकर जायेगा।
· अगर आपके आसपास के लोग
नकारात्मक सोच रखते है तो संभावना है की आपकी सोच भी उनके जैसी हो जाएगी।
· 95% लोग नए Pen से सबसे पहले खुद का नाम लिखते है।
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8 टिप्पणियाँ
Point sare tagde b sir ji 😍
जवाब देंहटाएंधन्यवाद
हटाएंSir ji ap kyu na ek video esa bnaye jisme age gan. Ka gap or usme ho rhi apno se mtlb gr wlo se jo apnban hoti h wo sb..k bare me
जवाब देंहटाएंContact Us par jakar mujhse sampark kare main koshish karunga ki aapke liye ek post likhun
हटाएं1 no sir ji mja AA geya.
जवाब देंहटाएंKeep it up
Dhanyawad
हटाएंvery nice so good boy
जवाब देंहटाएंThanks
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