जिनके पैर समुद्र द्वारा धोए जाते हैं और जो हिमालय से सुशोभित हैं, वह, जो कई ब्रह्मऋषियों और राजऋषियों से भरा है।
ऐसी मेरी भारत माता को अभिवन्दन।
हिमालयं समारभ्य यावत् इंदु सरेावरम् |
तं देवनिर्मितं देशं हिंदुस्थानं प्रचक्षते ||
अर्थ- हिमालय पर्वत से शुरू होकर भारतीय महासागर तक फैला हुआ इश्वर निर्मित देश है "हिंदुस्तान " , यही वह देश है जहाँ इश्वर समय - समय पर जन्म लेते हैं और सामाजिक सभ्यता की स्थापना करते हैं ।
Namaste Bharat AJ (नमस्ते भारत ए जे)
तुम मुझे खून दो मैं तुम्हे आजादी दूंगा।
-सुभाष चन्द्र बोस
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मैं एक मानव हूं और जो कुछ भी मानवता को प्रभावित करता है उससे मुझे मतलब है।
-भगत सिंह
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'दुश्मन की गोलियों का, हम सामना करेंगे, आजाद ही रहे हैं, आजाद ही रहेंगे.'
-चंद्रशेखर आजाद
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मुलाजिम हमको मत कहिए, बड़ा अफसोस होता है,
अदालत के अदब से यहां तशरीफ लाए हैं.
पलट देते हैं हम मौजे-हवादिस अपनी जुर्रत से
कि हमने आंधियों में भी चिराग अक्सर जलाए हैं'
राम प्रसाद बिस्मिल
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1 टिप्पणियाँ
Phenomenal knowledge....👍
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